राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत जिले में पल्स पोलियो अभियान चलाया गया
राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत जिले में पल्स पोलियो अभियान चलाया गया

महिलाओं की जागरुकता आगे के अभियान में भी मिलेगा लाभ: इस अभियान को सफल बनाने में बच्चों के माताओं के साथ ही मितानिनों और आंगनबाड़ी केंद्र प्रभारियों का भी विशेष योगदान रहा है। इन्होंने ही घर-घर जाकर माताओं में जागरूकता का बिगुल फूंका। नतीजा यह हुआ कि अभियान शत प्रतिशत सफल हो पाया। वहीं अब ईमानदारी से कार्य करने वाले मितानिनों के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने की योजना बनाई जा रही है।
वहीं बचे दो दिनों में शेष चार प्रतिशत बच्चों को डोर टू डोर उनके घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई गईं। इस तरह अभियान आसानी से शत प्रतिशत सफल हो गया। वहीं अब स्वास्थ्य विभाग अभियान के सफल होने का सबसे अधिक श्रेय बच्चों के माताओं को ही दे रही है।
खासतौर से इसमें बच्चों की माताओं को जागरूक करने का टार्गेट बनाकर अभियान चलाया गया। इसमें माताओं से मिलकर उन्हें पल्स पोलियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाना बच्चों के लिए कितना जरूरी है।
जिले में दो लाख 77 हजार 853 बच्चों को पोलियो की खुराक पीलाने का लक्ष्य बड़ी ही आसानी से पुरा कर लिया गया।लेकिन इस बार अभियान को लेकर चलाए गए जागरूकता कार्यक्रम का असर बच्चों के माताओं पर भी पड़ी। यही कारण है कि अभियान के पहले दिन ही 96 प्रतिशत बच्चे ने पोलियो की खुराख पी लिए थे। वहीं शेष बचे दो दिनों में विभाग बाकि बच्चों को पोलिया की खुराक पिलाने में सफल हो पाया।
