छत्तीसगढ़ में ‘गारंटी’ के साथ चुनाव लड़ेंगे बीजेपी-कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में ‘गारंटी’ के साथ चुनाव लड़ेंगे बीजेपी-कांग्रेस

लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद चुनावी मुद्दों की गूंज अब गांव-शहर, चौक-चौराहों पर सुनाई देने लगी है। राजनीतिक पार्टियां इस चुनाव में देश, प्रदेश और लोकसभा क्षेत्र से जुड़े कई मुद्दों के अलावा अपनी ‘गारंटी’ के साथ लोगों के बीच जाएंगे।
देशभर में बीजेपी ‘मोदी की गारंटी’ का जोर-शोर से प्रचार कर रही है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी के संकल्प पत्र में शामिल वादों को भी मोदी की गारंटी बताया गया। छत्तीसगढ़ में बीजेपी चुनाव से पहले विशेष रूप से किसानों से किए गए वादों को पूरा करने के बाद ‘मोदी फैक्टर’ पर भरोसा करते हुए पिछले विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन को जारी रखना चाहती है, जबकि कांग्रेस लोकसभा चुनावों में बढ़त हासिल करने की उम्मीद कर रही है। इलेक्टोरल बांड, किसानों के मुद्दे, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और जाति जनगणना जैसे मुद्दे लेकर कांग्रेस जनता के बीच जाएगी।
ब तक हुए आम चुनावों में धारा 370 हटाना और CAA लागू करना बीजेपी की प्रमुख घोषणाओं में शामिल रहा है। सरकार आने के बाद इन घोषणाओं को पूरा भी किया गया है। बीजेपी इसके जरिए ये बताने की कोशिश करेगी कि मोदी सरकार ने जो कहा, वो किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि देश का लक्ष्य एक विकसित राष्ट्र बनना है। उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार 2047 तक इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। चुनाव अभियान के दौरान ये प्रमुख मुद्दों में से एक होगा
कांग्रेस देश में जरूरी चीजों की बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर बीजेपी पर बड़े पैमाने पर निशाना साध रही है। नौकरियों की कमी के मुद्दे पर भी लगातार सरकार को घेरने में कांग्रेस लगी हुई है।
चुनाव किसानों का आंदोलन भी चर्चा में हावी रहने की संभावना है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने किसानों के साथ ”विश्वासघात” किया है। कांग्रेस ने किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी देने का वादा किया है।
