‘महादेव’ सट्टा का सियासी प्रकोप: रविवार को सट्टा केस में पूर्व CM भूपेश बघेल के नाम पर FIR दर्ज
‘महादेव’ सट्टा का सियासी प्रकोप: रविवार को सट्टा केस में पूर्व CM भूपेश बघेल के नाम पर FIR दर्ज

छत्तीसगढ़ में अब महादेव सट्टा ऐप केस बड़ा सियासी मुद्दा बन चुका है। कांग्रेस नेताओं पर भाजपा महादेव के प्रकोप का राजनीतिक तंज कस रही है, तो वहीं कांग्रेस कह रही है प्रदेश की साय सरकार के काल में सट्टे का काम अब भी “सायं-सायं’ चल रहा है।
आज की तारीख में छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा पॉलिटिकल केस महादेव सट्टा ऐप बन चुका है सट्टा ऐप की शुरुआत कुछ ही साल पहले भिलाई के रहने वाले एक जूस शॉप के मालिक ने की।
रविवार को सट्टा केस में पूर्व CM भूपेश बघेल के नाम पर FIR दर्ज होने के बाद सियासी बवाल शुरू हो गया। क्योंकि इसमें अफसर से लेकर नेताओं तक के शामिल हाेने की बात ED ने की है। इस रिपोर्ट में समझिए इस पूरे कांड को।
ED से ACB पहुंचा केस
मार्च में ही महादेव सट्टा मामले में ED के प्रतिवेदन पर EOW ने साजिश, जालसाजी और भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी के साथ अज्ञात पुलिस अधिकारियों पर भी FIR दर्ज की गई है।
भूपेश बघेल को 508 करोड़ देने की बात
ED ने बयान जारी कर बताया था कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। 2023 विधानसभा चुनाव से यह दावा, गिरफ्तार किए गए कैश कूरियर (पैसा पहुंचाने वाले प्यादे) असीम दास के हवाले से किया गया। 2 नवंबर को ED ने कूरियर असीम दास उर्फ बप्पा दास के पास से 5.39 करोड़ रुपए बरामद करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया था।
विधानसभा में उठ चुका है मुद्दा
छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र में महादेव सट्टा ऐप मामला उठा। भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कहा महादेव सट्टा ऐप वालों के घर बुलडोजर से गिराए जाएं, बड़ी मछली नहीं पकड़ी गई हैं, इस पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मगरमच्छ भी पकड़े जाएंगे।
